Friday, July 3, 2020

कस्तूरी ( डॉ. चंचल भसीन )

कस्तूरी
छुप जाते हो,
आवाज़ देकर
पर दिल में तो
कस्तूरी की तरह बसे हो। 
 ( डॉचंचल भसीन)

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