डोगरी साहित्य,Dogri literature, History of Dogri literature, Growth of Dogri literature, Dogri Poetry, Book review & Shayri, Dr. Chanchal Bhasin, dogri Writers.
Thursday, September 11, 2014
जम्मू-कश्मीर
ख़ुशहाल िजंदगी में क़ुदरत की मार का दिल दहला देने वाला ये मंज़र, जम्मू-कश्मीर के लोगों ने कभी सोचा भी नहीं था कि यह िदन भी देखने पड़ेंगे। ईश्वर से यही प्रार्थना है कि इस त्रासदी से लड़ने की िहम्मत दे। सभी सही सलामत हों।
No comments:
Post a Comment