डोगरी साहित्य,Dogri literature, History of Dogri literature, Growth of Dogri literature, Dogri Poetry, Book review & Shayri, Dr. Chanchal Bhasin, dogri Writers.
Wednesday, October 21, 2015
@bhasin_dr: भारत देश, यहाँ पर दलितों को ज़िंदा जला दिया जाता है तो कोई आवाज़ नहीं उठती पर गाय के मारे जाने पर बबाल खड़ा हो जाता है और सभ्यता पर गर्व।
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