सोच-बिचार भाशा च बरतोने आह्ले ओह् शब्द जिंदे कन्नै साहित्य दी निग्गरता ते पुखता दा प्रमाण मिलदा ऐ यानि खुआन, मुहावरे, लकोक्तियां, बुझारतां आदि पर अज्ज इंदा दम घटोंदा सेई होवा' दा ऐ । इ'नेंगी बरतने आह्ले लोक बड़े घट्ट न। पराने समें च लोक इ'नेंगी अपने गूढ़ तजरबें कन्नै घड़दे-बनांदे हे पर अज्ज लोकें कोल समां नेईं जिसकरी एह् विरासत मुकदी जा करदी ऐ । साहित्यकार बी इंदी बरतून ना मात्तर गै करा' दे न । जिसकरी भाशा दा अपना असितत्व गुआचा दा ऐ । अज्ज लोड़ ऐ इस बक्खी ध्यान देने दी ते नौजुआन पीढ़ी गी अपनी भाशा ते संस्कृति कन्नै पंशान करोआने दी जे इस अनमोल खजाने गी साम्भी रक्खन ।
डोगरी साहित्य,Dogri literature, History of Dogri literature, Growth of Dogri literature, Dogri Poetry, Book review & Shayri, Dr. Chanchal Bhasin, dogri Writers.
Tuesday, July 16, 2013
सोच-बिचार
Author, translator, book reviewer..✍️
& Hinditar Bhashi Lekhak Award Winner
Thursday, July 11, 2013
साहित्य अकादमी नमीं दिल्ली आसेआ घोशत डोगरी पुस्तक पुरस्कार:-1970-2012
साहित्य अकादमी नमीं
दिल्ली आसेआ घोशत डोगरी
पुस्तक पुरस्कार 1970-2012
क्रम
|
कताब
|
लेखक
दा नां
|
साहित्य विधा
|
व’रा
|
1
|
नीला अम्बर काले बद्दल
|
नरेन्द्र खजूरिया
|
क्हानी संग्रैह
|
1970
|
2
|
मेरी कवता मेरे गीत
|
पदमा सचदेव
|
कवता संग्रैह
|
1971
|
3
|
फुल्ल बिना डाह्ली
|
श्रीवत्स विकल
|
उपन्यास
|
1972
|
4
|
दुद्ध, लहू, ज़ैहर
|
मदन मोहन शर्मा
|
क्हानी संग्रैह
|
1974
|
5
|
मेरे डोगरी गीत
|
कृष्ण स्मैलपुरी
|
कवता संग्रैह
|
1975
|
6
|
बदनामी दी छां
|
राम नाथ शास्त्री
|
क्हानी संग्रैह
|
1976
|
7
|
में मेले रा’ जानू
|
केहरि सिंह मधुकर
|
कवता संग्रैह
|
1977
|
8
|
सांझी धरती बक्खले माह्नू
|
नरसिंह देव जम्वाल
|
उपन्यास
|
1978
|
9
|
नंगा रूक्ख
|
ओ॰पी॰ शर्मा सारथी
|
उपन्यास
|
1979
|
10
|
घर
|
कुंवर वियोगी
|
कवता संग्रैह
|
1980
|
11
|
इक शैहर यादें दा
|
जितेंदर उधमपुरी
|
कवता संग्रैह
|
1981
|
12
|
कैदी
|
देशबंधू डोगरा नूतन
|
उपन्यास
|
1982
|
13
|
आले
|
वेद राही
|
क्हानी संग्रैह
|
1983
|
14
|
गमले दे कैक्टस
|
शिव राम दीप
|
कवता संग्रैह
|
1984
|
15
|
अयोध्या
|
दीनू भाई पन्त
|
नाटक
|
1985
|
16
|
सुन्ने दी चिड़ी
|
डॉ॰ ओम
गोस्वामी
|
क्हानी संग्रैह
|
1986
|
17
|
वेद्दन धरती दी
|
प्रकाश प्रेमी
|
महाकाव्य
|
1987
|
18
|
रत्तू दा चानन
|
राम लाल शर्मा
|
कवता संग्रैह
|
1988
|
19
|
सोध समुंदरै दी
|
मोहन लाल सपोलिया
|
कवता संग्रैह
|
1989
|
20
|
जीवन लैहरां
|
तारा स्मैलपुरी
|
कवता संग्रैह
|
1990
|
21
|
अपनी डफली अपना राग
|
मोहन सिंह
|
नाटक
|
1991
|
22
|
जो तेरे मन-चित लग्गी जा
|
यश शर्मा
|
कवता संग्रैह
|
1992
|
23
|
बुड्ढ सुहागन
|
जितेंदर शर्मा
|
नाटक
|
1994
|
24
|
लालसा
|
अभिशाप
|
कवता संग्रैह
|
1995
|
25
|
बद्द्ली कलावे
|
ज्ञानेश्वर
|
कवता संग्रैह
|
1996
|
26
|
बक्खरे-बक्खरे सच्च
|
शिव देव सिंह सुशील
|
उपन्यास
|
1997
|
27
|
मांगवी पशाकड़ी
|
कुलदीप सिंह जिंदराहिया
|
कवता संग्रैह
|
1999
|
28
|
मील पत्थर
|
बंधु शर्मा
|
क्हानी संग्रैह
|
2000
|
29
|
निग्घे रंग
|
वीरेन्दर केसर
|
कवता संग्रैह
|
2001
|
30
|
त्रिप-त्रिप चेते
|
ओम विद्यार्थी
|
यात्रा लेख
|
2002
|
31
|
झुल्ल बढ़ा देआ पत्तरा
|
अश्वनी शर्मा
|
कवता संग्रैह
|
2003
|
32
|
चेतें दी चितकबरी
|
शिव नाथ
|
निबंध संग्रैह
|
2004
|
33
|
ढलदी धुप्पै दा सेक
|
कृष्ण शर्मा
|
क्हानी संग्रैह
|
2005
|
34
|
कोरे काकल कोरियां तलियां
|
दर्शन दर्शी
|
कवता संग्रैह
|
2006
|
35
|
महात्मा विदुर
|
ज्ञान चंद पगोच
|
महाकाव्य
|
2007
|
36
|
चेतें दी रोह्ल
|
चंपा शर्मा
|
कवता संग्रैह
|
2008
|
37
|
गीत सरोवर
|
प्रदुमन सिंह जिन्द्रहिया
|
कवता संग्रैह
|
2009
|
38
|
पंदरां क्हानियां
|
मनोज
|
क्हानी संग्रैह
|
2010
|
39
|
चेते दियां गलियां
|
ललित मगोत्रा
|
निबंध संग्रैह
|
2011
|
40
|
टिम-टिम करदे तारे
|
बाल कृष्ण भौरा
|
कवता संग्रैह
|
2012
|
डॉ चंचल भसीन
Author, translator, book reviewer..✍️
& Hinditar Bhashi Lekhak Award Winner
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